मोबाइल सक्षम आपदा संचार प्रणालियों को बढ़ा रही सरकार
मोबाइल सक्षम आपदा संचार प्रणालियों को बढ़ा रही सरकार
नयी दिल्ली 30 जून (वार्ता) दूरसंचार विभाग (डीओटी) राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के सहयोग से नागरिकों को समय पर सूचना प्रदान करने के लिए देश भर में मोबाइल-सक्षम आपदा संचार प्रणालियों को सक्रिय रूप से बढ़ा रहा है।एनडीएमए ने सेंटर ऑफ डेवलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स (सी-डॉट) द्वारा विकसित एकीकृत अलर्ट सिस्टम (एसएसीएचईटी) को सफलतापूर्वक चालू कर दिया है, जो अंतर्राष्ट्रीय दूरसंचार संघ (आईटीयू) द्वारा अनुशंसित कॉमन अलर्टिंग प्रोटोकॉल (सीएपी) पर आधारित है। यह प्रणाली भारत के सभी 36 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) में पहले से ही चालू है और किसी विशेष भू-लक्षित क्षेत्र में प्रभावित नागरिकों के मोबाइल पर एसएमएस के माध्यम से विभिन्न आपदा या आपातकाल से संबंधित अलर्ट भेजती है।
इस प्रणाली का उपयोग आपदा प्रबंधन अधिकारियों द्वारा विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं, मौसम की चेतावनियों और चक्रवाती घटनाओं के दौरान 19 से अधिक भारतीय भाषाओं में 6,899 करोड़ से अधिक एसएमएस अलर्ट जारी करने के लिए बड़े पैमाने पर किया गया है।
सुनामी, भूकंप, बिजली गिरने जैसी आपदा स्थितियों और गैस रिसाव या रासायनिक खतरों जैसी मानव निर्मित आपात स्थितियों में अलर्ट प्रसार को और मजबूत करने के लिए, एसएमएस के अलावा सेल ब्रॉडकास्ट (सीबी) तकनीक को लागू किया जा रहा है। सेल ब्रॉडकास्ट सिस्टम में, अलर्ट को ब्रॉडकास्ट मोड में प्रभावित क्षेत्र में मोबाइल फोन पर भेजा जाता है और इसलिए अलर्ट का प्रसार लगभग वास्तविक समय में होता है।
दूरसंचार विभाग के प्रमुख अनुसंधान एवं विकास केंद्र, टेलीमेटिक्स विकास केंद्र (सी-डॉट) को सेल ब्रॉडकास्ट आधारित सार्वजनिक आपातकालीन चेतावनी प्रणाली के स्वदेशी विकास और कार्यान्वयन का काम सौंपा गया है।
राष्ट्रीय स्तर पर शुरू किए जाने के हिस्से के रूप में, सिस्टम के शुरू किए जाने से पहले इसकी प्रभावकारिता और उचित कार्यप्रणाली का पता लगाने के लिए सीबी प्रणाली का परीक्षण किया जा रहा है। यह परीक्षण पूरे देश में दो से चार सप्ताह तक चलेगा। इस अवधि के दौरान, लोगों को उनके मोबाइल हैंडसेट पर अंग्रेजी और हिंदी में परीक्षण संदेश प्राप्त हो सकते हैं। ये परीक्षण संदेश केवल उन मोबाइल हैंडसेट को प्राप्त होंगे जिनमें सीबी परीक्षण चैनल सक्षम हैं। परीक्षण चरण के दौरान, मोबाइल टावरों (बेस स्टेशन ट्रांस रिसीवर-बीटीएस) के पूरे नेटवर्क में सिस्टम के उचित कामकाज का परीक्षण करने के लिए, परीक्षण चैनल के माध्यम से इन संदेशों को कई बार प्राप्त किया जा सकता है। ये परीक्षण संदेश एक नियोजित राष्ट्रव्यापी परीक्षण अभ्यास का हिस्सा हैं और इसके लिए प्राप्तकर्ताओं से कोई कार्रवाई की आवश्यकता नहीं है।
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