यूपी में गरिमा गृह का होगा विस्तार, बस्ती और नोएडा में खोलने का प्रस्ताव
लखनऊ 29 जुलाई (वार्ता) सामाजिक भेदभाव, आर्थिक असुरक्षा और बुनियादी सुविधाओं की कमी से जूझ रहे ट्रांसजेंडर यानी किन्नर समुदाय के आश्रय को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश में गरिमा गृह का विस्तार करने जा रही है।योजना के तहत समाज कल्याण विभाग की तरफ से बस्ती और नोयडा में गरिमा गृह खोलने का प्रस्ताव शासन को भेजा है। प्रदेश में अभी गोरखपुर जिले ही गरिमा गृह का संचालन हो रहा है।
गरिमा गृह योजना के बारे में जानकारी देते हुए उप निदेशक समाज कल्याण आरपी सिंह ने बताया कि केंद्र सरकार की ओर से शुरू की गई एक कल्याणकारी योजना है, जो ट्रांसजेंडरों के पुनर्वास और सुरक्षा के लिए डिजाइन की गई है। इस योजना के तहत देशभर में गरिमा गृह नामक आश्रय गृह स्थापित किए गए हैं, जहां ट्रांसजेंडरों को फ्री में रहने, स्वास्थ्य सुविधाए, मनोवैज्ञानिक परामर्श, कौशल विकास और कानूनी सहायता जैसी सेवाएं दी जाती हैं।
इन गरिमा गृहों के जरिये ट्रांसजेंडर समुदाय को आत्मनिर्भर बनाने के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जाते हैं। उन्हें सिलाई, कंप्यूटर एजुकेशन, ब्यूटीशियन कोर्स और अन्य व्यावसायिक कौशल सिखाए जाते हैं, ताकि वे रोजगार प्राप्त कर सकें। उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में कुल 1.35 लाख किन्नर चिन्हित किये गए हैं। सरकार की तरफ से संचालित योजनाओं में किन्नर समुदाय की कम भागीदारी के मसले पर उन्होंने कहा कि ट्रांसजेंडर अभी भी अपनी पहचान छिपाने के चक्कर मे सामने नही आते हैं। जिसकी वजह से इनकी भागीदारी कम है।
ट्रांसजेंडर कल्याण बोर्ड के गठन के बारे में पूछने पर निदेशक समाज कल्याण कुमार प्रशांत ने कहा कि इस दिशा में प्रयास चल रहे हैं। जल्द ही बोर्ड का गठन कर योजनाओं का क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया जाएगा।
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