आईआईटी कानपुर में शुरु हुआ भारत का पहला राष्ट्रीय डीपटेक सम्मेलन
कानपुर 03 सितंबर (वार्ता) मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में भारत के पहले राष्ट्रीय डीपटेक सम्मेलन (डीपटेक भार 2025) का भव्य शुभारंभ आईआईटी कानपुर से हुआ।
इस दौरान आईआईटी कानपुर के डायरेक्टर प्रो. मणींद्र अग्रवाल ने मुख्यमंत्री को डीप-टेक लैब की स्थापना के संबंध में प्रस्तुतिकरण के जरिए जानकारी दी।यह ऐतिहासिक आयोजन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई), सेमीकंडक्टर, क्वांटम टेक्नोलॉजी, स्पेस टेक और बायोसाइंसेज जैसे अत्याधुनिक क्षेत्रों पर केंद्रित है। सम्मेलन का उद्देश्य भारत को डीपटेक शक्ति के रूप में स्थापित करना और उत्तर प्रदेश को देश का पहला डीपटेक-रेडी राज्य बनाने की दिशा में ठोस कदम बढ़ाना है।
यह पहल प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य में भी सहयोग करेगी। साथ ही डीपटेक इकोसिस्टम का लाभ अब केवल महानगरों तक सीमित न रहकर टियर-2 और टियर-3 शहरों तथा वहां के युवाओं और स्टार्टअप्स तक पहुंचेगा। इससे छोटे शहरों के नवाचार सीधे राष्ट्रीय और वैश्विक स्तर से जुड़ सकेंगे।
सम्मेलन में डीपटेक पॉलिसी 2035, देश का पहला डीपटेक एक्सेलेरेटर और भारत का पहला एआई को-पायलट लॉन्च किया गया। इन पहलों से नवाचार को नई दिशा मिलेगी और भारत वैश्विक तकनीकी प्रतिस्पर्धा में अपनी मजबूत भूमिका दर्ज करेगा। यह सम्मेलन वैश्विक सहयोग और निवेश का भी बड़ा मंच बनेगा। इसमें डीआरडीओ, इसरो, एमईआईटीवाई, डीएसी सहित 200 से अधिक वेंचर कैपिटल फर्मों और उद्योग जगत के लीडर्स ने भाग लिया। उम्मीद है कि इन रणनीतिक बैठकों से न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे देश में हाई-टेक निवेश और बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन को बढ़ावा मिलेगा।
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