अति कुपोषित बीमार बच्चों के जीवन को नई दिशा देने की तैयारी
सीएमओ डॉ राजेश झा ने बताया कि एनआरसी में कुपोषण के साथ गंभीर बीमारी से जूझ रहे जिन बच्चों को भर्ती कराया जाता है, अक्सर घर जाने के बाद उनका सही ढंग से फॉलो अप नहीं हो पाता। इससे उनमें जटिलताओं की आशंका रहती है। अगर ऐसे बच्चों का सही तरीके से फॉलो अप किया जाए तो न सिर्फ वह कुपोषण से मुक्त हो जाएंगे, बल्कि बीमारी की आशंका भी नहीं रहेगी। इसी उद्देश्य से एनआरसी का निरीक्षण किया गया । इसके बाद बीआरडी मेडिकल कॉलेज के साथ हुई बैठक में समन्वित तरीके से काम करने पर चर्चा हुई। प्रयास होगा कि जो बच्चे यहां से डिस्चार्ज होंगे उनकी पोषण पोटली से मदद कराई जाए। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और आरबीएसके की मदद से उन बच्चों का फॉलो अप की योजना है। इसके अलावा एनआरसी में बच्चों के खेल एरिया को डेवलप करने के बारे में भी चर्चा हुई।
डॉ झा ने बताया कि अति कुपोषित उन बच्चों की जिनको कोई बीमारी नहीं है, मिशन खिलखिलाहट के जरिए पोषण स्तर में सुधार के लिए मदद की जा रही है। हमारा प्रयास बीमारी की स्थिति से जूझने वाले अति कुपोषित बच्चों की मदद करने का है।
सीएमओ ने मेडिकल कॉलेज परिसर में टेलीमानस केन्द्र का भी निरीक्षण किया और वहां के कर्मचारियों द्वारा दी जा रही सेवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने स्टेट रिसोर्स सेंटर को भी देखा जहां गुणवत्तायुक्त प्रशिक्षण दिये जाते हैं। इस अवसर पर डीपीएम पंकज आनंद, एमएच कंसल्टेंट डॉ सूर्य प्रकाश और सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधिगण भी मौजूद रहे।

टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें