यूपी में दिसंबर से फरवरी में सामान्य से अधिक रहेगी ठंड
लखनऊ 1 दिसम्बर (वार्ता) भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने इस बार प्रदेश में पिछले वर्षों की अपेक्षा ज्यादा ठंड पड़ने की संभावना जताई है। मौसम विभाग के अनुसार वर्ष 2025 के नवंबर माह में उत्तर प्रदेश का औसत न्यूनतम तापमान सामान्य से 1 से 2 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया, जबकि औसत अधिकतम तापमान भी सामान्य से 1 से 3 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज रहा है।
वर्तमान में भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में सक्रिय ला-नीना परिस्थितियाँ क्रमशः कमजोर हो रही हैं, जबकि हिंद महासागर में नकारात्मक भारतीय महासागरीय द्विध्रुव (इंडियन ओसेन डिपोल) के तटस्थ स्थिति की ओर जाने की संभावना है। इन दोनों जलवायु प्रणालियों के संयुक्त प्रभाव से आगामी दिसंबर-जनवरी-फरवरी के दौरान प्रदेश में ठंडक का असर सामान्य से अधिक रहने की संभावना व्यक्त की गई है।मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ एके सिंह के अनुसार, शीत ऋतु में विशेषकर दिसंबर 2025 से फरवरी 2026 तक उत्तर प्रदेश के अधिकांश इलाकों में औसत तापमान सामान्य से कम रह सकता है। केवल पूर्वांचल के दक्षिणी भाग ( सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, भदोही, बलिया) को छोड़कर, प्रदेश के बड़े क्षेत्रों में शीतलहर के दिनों की संख्या सामान्य से 2–5 दिन अधिक रहने का अनुमान है।
विशेषज्ञों के अनुसार, ला-नीना और आईओडी की मिलीजुली जलवायु परिस्थितियाँ उत्तर भारत में ठंड की तीव्रता बढ़ाने का महत्वपूर्ण कारक होती हैं। शीतलहर बढ़ने से जनजीवन और कृषि गतिविधियों पर प्रभाव पड़ सकता है। विभाग ने नागरिकों को सावधानी बरतने और समय रहते आवश्यक तैयारियाँ सुनिश्चित करने की सलाह दी है।
सतीश प्रदीप

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