टॉप थ्री नोटिफिकेशन वाले डॉक्टर सूरज जायसवाल बने निक्षय मित्र

गोरखपुर। नये टीबी मरीजों के नोटिफिकेशन के मामले में टॉप थ्री में शामिल निजी चिकित्सक डॉ सूरज जायसवाल राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत निक्षय मित्र भी बन गए हैं। अपने अस्पताल पर उन्होंने दस टीबी मरीजों को गोद लिया और उन्हें पोषण पोटली देकर हर संभव सहायता का भरोसा दिलाया। डॉ जायसवाल ने पिछले वर्ष 327 नये टीबी मरीजों को नोटिफाई कर पूरे जिले में तीसरी रैंक हासिल की थी । इसके लिए हाल ही में जिले के पूर्व जिलाधिकारी कृष्णा करूणेश और वर्तमान सीएमओ डॉ राजेश झा ने उन्हें सम्मानित भी किया ।

डॉ सूरज जायसवाल ने बताया कि जिला पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्रा ने उन्हें निक्षय मित्र योजना के बारे में बताया था। इसके तहत उपचाराधीन टीबी मरीजों को इलाज चलने तक हर माह पोषण पोटली देनी होगी। साथ ही उन्हें निरंतर दवा खाने के लिए प्रेरित करना होगा और यथासंभव अन्य सहयोग करने होंगे। सरकार की इस योजना से वह प्रेरित हुए और मरीजों को गोद लेने का निर्णय लिया। इसी क्रम में बुधवार को टीबी मरीजों के एडॉप्शन कार्यक्रम में डॉ जायसवाल ने पोषण पोटली देते हुए सभी उपचाराधीन टीबी मरीजों से संवाद किया और उन्हें दवा खाने के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर कार्यवाहक जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ विराट स्वरूप श्रीवास्तव ने सभी मरीजों से कहा कि जब तक चिकित्सक परामर्श न दें तब तक दवा नहीं बंद करनी है। उन्होंने सभी मरीजों को सरकार के निक्षय पोषण योजना के बारे में जानकारी दी और बताया कि बैंक पास बुक और आधार कार्ड जैसे आवश्यक विवरण अपनी चिकित्सा इकाई जमा कर दें। विवरण मिलने के बाद इलाज चलने तक मरीज को प्रति माह 1000 रुपये की दर से पोषण सहायता राशि उनके खाते में दी जाती है।

कार्यक्रम के दौरान जिला पीपीएम समन्वयक अभय नारायण मिश्रा ने कहा कि जिले में करीब 6430 टीबी उपचाराधीन मरीजों को 1554 निक्षय मित्र गोद लेकर सहायता कर रहे हैं। डॉक्टर सूरज जायसवाल जैसे निजी चिकित्सकों के निक्षय मित्र बनने से इस अभियान को और भी गति मिलेगी। सीएमओ डॉ राजेश झा के नेतृत्व में अधिकाधिक लोगों को निक्षय मित्र बनाने का विभागीय प्रयास जारी है।

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