यूपी के 750 इंजीनियरिंग कॉलेजों में इसरो के द्वारा तैयार मॉड्यूल को पढ़ेंगे छात्र
लखनऊ 30 अगस्त ( वार्ता) उत्तर प्रदेश के 750 इंजीनियरिंग कॉलेजों में पढ़ने वाले तकरीबन पांच लाख छात्र इसरो के द्वारा तैयार मॉड्यूल का अध्ययन करेंगे।
माइनर कोर्स के रूप में शामिल इस मॉड्यूल को डॉ एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय इस सत्र से लागू करने का निर्णय लिया है। इसको लेकर विवि की तरफ से इसरो के साथ एक एमओयू भी किया जाएगा।माइनर कोर्स के रूप में शामिल इस मॉड्यूल को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) के रिसोर्स पर्सन प्राविधिक विश्वविद्यालय के 750 से अधिक इंजीनियरिंग कॉलेज के बैचलर आफ टेक्नोलॉजी के छात्रों को स्पेस टेक्नोलॉजी विषय पर एक 20 क्रेडिट का कोर्स पढ़ाएंगे।
प्राविधिक विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय ने बताया कि शुभांशु शुक्ला का जब इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाने का नाम फाइनल हुआ था, तभी हमने इस विषय को लेकर तैयारी शुरू कर दी थी। उन्होंने बताया कि इसको लेकर इसरो के कमर्शियल ऑर्गनाइजेशन के साथ एक एमओयू जल्द ही करने जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि इसके तहत इसरो का यह विभाग हमारे छात्रों के लिए 20 क्रेडिट का स्पेस टेक्नोलॉजी का एक माइनर कोर्स तैयार किया है। इस माइनर कोर्स में क्या पढ़ाया जाएगा और इसकी रूपरेखा क्या होगी यह सब कुछ इसरो के वैज्ञानिकों द्वारा डिजाइन किया गया है। यहां तक की इस विषय को पढ़ने के लिए रिसोर्स पर्सन भी इसरो के द्वारा ही प्रदान किया जाएगा. साथ ही इसके लिए हमारे सभी 750 इंजीनियरिंग कॉलेज में सेंटर आफ एक्सीलेंस की स्थापना भी होगी। यह माइनर कोर्स हमारे संस्थानों में बीटेक कर रहे किसी भी श्रेणी के छात्र पढ़ सकेंगे।
गौरतलब है कि बीते दिनों शुभांशु शुक्ला के राजधानी आगमन के बाद उनके अभिनंदन समारोह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्कालरशिप शुरू करने की घोषणा की है। शुभांशु ने राजधानी के सिटी मोंटेसरी स्कूल से अपनी 12वीं तक की शिक्षा ग्रहण की है। शुभांशु की अंतरिक्ष की सफलता को देखते हुए विद्यालय प्रशासन ने अपने स्कूल में भी शुभांशु जैसे और होनहारों को तैयार करने के लिए एक मेकर्स लैब तैयार किया है। जिसका उद्घाटन खुद शुभांशु शुक्ला ने किया था।
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