यूपीएससी की मेरिट लिस्ट में नहीं आने वाले युवाओं की नौकरी के लिये ‘प्रतिभा सेतु’: मोदी
नयी दिल्ली, 31 अगस्त (वार्ता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने "मन की बात" रेडियो प्रसारण में ‘यूपीएससी प्रतिभा सेतु’ का जिक्र किया। यह एक पोर्टल है जिसे संघ लोक सेवा आयोग की विभिन्न परीक्षाओं में विभिन्न चरणों को पार करने, लेकिन मेरिट लिस्ट में स्थान नहीं बना पाने वाले प्रतिभाशाली युवाओं को रोजगार प्रदान करने के लिए विशेष तौर पर बनाया गया है। इसका संचालन संघ लोक सेवा आयोग, नयी दिल्ली करता है।
यूपीएससी प्रतिभा सेतु एक नया डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है। यह पहल विभिन्न नियोक्ताओं जैसे विभिन्न मंत्रालयों, लोक उपक्रमों, स्वायत्त निकायों और निजी संगठनों को ऐसे योग्य उम्मीदवारों तक पहुंचने का मौका देती है जिन्हें यूपीएससपी परीक्षा की मेरिट लिस्ट में स्थान बनाने का अवसर नहीं मिल सका।इसका आशय यह है कि ऐसे उम्मीदवार जिन्होंने यूपीएससी की विभिन्न परीक्षाओं के सभी चरणों को तो पास कर लिया, लेकिन अंतिम मेरिट सूची में जगह नहीं बना पाए। ऐसे उम्मीदवारों को यह प्रतिभा सेतु पोर्टल एक मौका देता है। यह प्लेटफ़ॉर्म ऐसे योग्य उम्मीदवारों को संभावित नियोक्ताओं से जुड़ने का अवसर मुहैया कराता है, जिससे उनके करियर में नई संभावनाएं खुल सकें।
यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा, भारतीय वन सेवा परीक्षा, इंजीनियरिंग सेवाएं, सीडीएस, सीएपीएफ जैसी परीक्षाओं के 10,000 से अधिक योग्य लेकिन गैर-चयनित उम्मीदवार इस पोर्टल पर रोजगार पाने के पात्र इसमें एनडीए और कुछ एलडीसीई परीक्षाएं शामिल नहीं हैं।
इस पोर्टल पर विभिन्न परीक्षाओं में अंतिम चरणों तक पहुंच चुके दस हजार से अधिक होनहार युवाओं का डाटा बैंक है और कोई भी पंजीकृत सरकारी निकाय और सत्यापित निजी कंपनियां (कॉर्पोरेट पहचान संख्या के माध्यम से) इस प्रतिभा सेतु पोर्टल के जरिए उम्मीदवारों के बायोडेटा तक पहुंच सकती हैं।यह पोर्टल योग्य उम्मीदवारों और नियोक्ताओं के बीच सेतु का काम करता है। नियोक्ता डैशबोर्ड के ज़रिए उम्मीदवारों को शॉर्टलिस्ट या चयन कर सकते हैं।
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