वयोवृद्ध स्वास्थ्य सेवाओं के लिए समर्पित होगा अक्टूबर माह, नगर निगम से हुआ आगाज
सीएमओ ने बताया कि जिन सीएचसी की ओपीडी दो सौ से अधिक होगी वहां वयोवृद्धजन सारथी सेवा शुरू की जाएगी। इसे सत्रह सितम्बर को पिपराईच सीएचसी पर शुरू किया जा चुका है। इसके तहत सत्तर वर्ष से अधिक आयु का मरीज आने पर उन्हें एक स्वास्थ्यकर्मी अटेंड करेगा। चिकित्सक के कक्ष में उनकी जांचें होंगी और उन्हें दवाएं व अन्य सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसी तरह से सभी सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) और फ्रंट लाइन वर्कर्स को निर्देश दिया गया है कि वह बुजुर्गों की स्वास्थ्य जांच, उनका आयुष्मान कार्ड बनवाने, आंखों की जांच आदि के लिए समुदाय को प्रेरित करें। अक्टूबर माह में विशेष संचारी रोग नियंत्रण और दस्तक अभियान के साथ-साथ यह कार्य भी अभियान के तौर पर करना है। शहरी क्षेत्रों में सत्तर वर्ष से अधिक उम्र के लोगों के आयुष्मान कार्ड के लिए विशेष शिविर लगाए जाएंगे। जिन गांवों में ऐसे पात्र और छूटे हुए लाभार्थी हैं उन्हें चिन्हित कर उनका कार्ड बनाया जाएगा।
नगर निगम और स्वास्थ्य विभाग द्वारा संयुक्त तौर पर आयोजित कार्यक्रम में एसीएमओ आरसीएच डॉ एके चौधरी, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ विनय पांडेय, जिला मलेरिया अधिकारी अंगद सिंह सहित दोनों विभागों के कई वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी मौजूद रहे। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से उपलब्ध चिकित्सकों ने बुजुर्गों की जांच की और उन्हें आवश्यक दवाएं उपलब्ध कराई गईं।
इस बीच, सेवा पखवाड़े के तहत ‘‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार’’ अभियान में मंगलवार को हरनही सीएचसी पर आंगनबाड़ी और आशा कार्यकर्ताओं की स्वास्थ्य जांच की गई। उनका पिंक कार्ड बनाया गया और इस कार्ड की महत्ता के बारे में जानकारी दी गई। गर्भवती की गोदभराई कर उन्हें पोषण पोटली दी गई। इस मौके पर खजनी विधायक श्रीराम चौहान और ब्लॉक प्रमुख अंशु सिंह की उपस्थिति में आयोजित कार्यक्रम में सीएमओ डॉ राजेश झा और एसीएमओ आरसीएच डॉ एके चौधरी ने भी हिस्सा लिया।


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