भारत –पाकिस्तान मैच पर प्रयागराज में राजनीतिक बयानबाजी

प्रयागराज, (दिनेश तिवारी) एशिया कप के फाइनल में भारत की पाकिस्तान  पर ऐतिहासिक जीत ने जहां पूरे देश को जश्न  के माहौल मे डुबो दिया वही प्रयागराज में इस जीत पर राजनीतिक बयानबाजी ने नया विवाद खाद्य कर दिया है |

एक तरफ शहर के व्यापारी नेता विपिन गुप्ता ने काँग्रेस और समाजवादी पार्टी (सपा) नेताओ पर भारत कि जीत का मजाक उड़ाने और रोटी सेकने का आरोप लगाया दूसरी ओर काँग्रेस नेता इरशाद उल्ला ने पलटवार करते हुए बीसीसीआई और सरकार पर देश कि भावनाओ  से खिलवाड़ करने का आरोप  लगाया है |

 व्यापारी नेता गुप्ता ने कहा कि भारत कि जीत ने यह साबित  कर दिया  कि टीम इंडिया सिर्फ खेल मे ही नहीं बल्कि पाकिस्तान को हर मोर्चे पर मात देने मे सक्षम है | उन्होंने आरोप  लगाया कि मैच के दौरान  काँग्रेस और सपा से जुड़े कुछ लोग हार कि उम्मीद लगाए बैठे थे ताकि बाद मे राजनीतिक लाभ उठा सके| श्री गुप्ता का कहना है कि  भारत कि जीत ने राष्ट्रवादी ताकतों को मजबूत किया है और विरोधी दलों के लिए यह एक सबक है कि देश कि हार कि राजनीति अब सफल नहीं होगी |

 दूसरी ओर काँग्रेस नेता इरशाद उल्ला ने इसे राजनीति से  प्रेरित बायन  बताते हुए कहा कि यह जीत खुशी का इजहार करती है लेकिन असली सवाल क्रिकेट से कही बड़ी है | उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जब पहलगाव  मे जवान शाहिद हुए तो क्या उसी दौरान क्रिकेट का जशन करना उचित था | उनका आरोप था कि बीसीसीआई  ने करोड़ों रुपए के लालच मे देश कि भावनाओ को नजरअंदाज कर भारत- पाकिस्तान का आयोजन कराया | इरशाद उल्ला ने कहा, “पानी और खून एक साथ नहीं बह सकते”| क्रिकेट का मैदान और जंग का मैदान एक कभी नहीं हो सकते |


    इस पूरे विवाद  ने प्रयागराज में क्रिकेट जीत कि खुशी को राजनीतिक बहस में बदल दिया है | सोशल मीडिया से लेकर चौक चौराहों तक इस मुद्दे पर गरमा गरम चर्चाए  हो रही है | देखना यह है कि एशिया  कप कि यह जीत स्थानीय  राजनीति में आने  वाले दिनों में कितना असर डालती है और विपक्ष व सत्ता पक्ष इस मुद्दे को कैसे भुनाते है |

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