नैनो पार्टिकल टेक्नोलॉजी इस समय एक कल्पना से हकीकत की ओर बढ़ रहा है: डॉक्टर कविता अग्रवाल
मोतीलाल नेहरू प्रौद्योगिकी संस्थान में नैनो टेक्नोलॉजी और सूक्ष्म जैविकी अनुसंधान पर पाँच दिवसीय कार्यशाला के चौथे दिन गुरुवार को देश की प्रख्यात वैज्ञानिक डॉक्टर कविता अग्रवाल जो कि भारतीय सेना के रिसर्च एंड डेवलपमेंट विंग में नैनो पार्टिकल नैनो टेक्नोलॉजी की विभाग अध्यक्ष हैं ने भारतीय सैनिक क्षमता के विकास और सैन्य शक्ति में होने वाले परिवर्तन के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि नैनो पार्टिकल टेक्नोलॉजी इस समय एक कल्पना से हकीकत की ओर बढ़ रहा है|
उन्होंने इस विषय से संबंधित छात्र-छात्राओं से संवाद करते हुए उन्हें इस विषय की बारीकियों से अवगत कराया और इस क्षेत्र में आगे होने वाले विकास और अनुसंधानों के विषय में जानकारी दी। उन्होंने न केवल इस विषय पर प्रकाश डालते हुए इस विषय की जरूरतों और इसके अध्ययन से आगे होने वाले लाभ के विषय में बताया, बल्कि उन्होंने इस विषय से भविष्य में भारतीय सैनिक क्षमता के विकास और सैन्य शक्ति में होने वाले परिवर्तन के विषय में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि नैनो पार्टिकल टेक्नोलॉजी एक ऐसी क्षमता है जिससे हम हल्के से हल्का और मजबूत से मजबूत सामानों की संरचना कर सकते हैं। जिससे हम न केवल अत्यधिक ठंड बल्कि अत्यधिक गर्मी में भी टीके रहने वाले पदार्थ का निर्माण कर सकते हैं। यह पदार्थ सबसे मजबूत और टिकाऊ भी होगा।
डॉक्टर कविता अग्रवाल ने बताया कि नैनो पार्टिकल टेक्नोलॉजी इस समय एक कल्पना से हकीकत की ओर बढ़ रहा है। भारतीय सेना में कई ऐसे अत्यधिक घातक और अत्याधुनिक उपकरण का निर्माण हो रहा है जिनके विषय में अभी कहना उचित नहीं है। लेकिन यह आगे चलकर भारतीयसैनिक क्षमता में अमूल चूक परिवर्तन लेकर आएंगे। नैनो टेक्नोलॉजी की सहायता से बने युद्ध उपकरण काफी हल्के और प्रतिकूल परिस्थितियों में कार्य करने की क्षमता रखने वाले वॉर मशीन होंगे।
उन्होंने बताया कि बात अगर स्पेस टेक्नोलॉजी की करें तो यह चंद्रयान-2 और भविष्य में भारत द्वारा सूर्ययान के निर्माण के लिए मिल का पत्थर बनेंगे। क्योंकि नैनो टेक्नोलॉजी और बायोमेट्रिक टेक्नोलॉजी के कारण अंतरिक्ष में जाने वाले यह यह ना केवल हल्के बल्कि सभी प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था से सुसज्जित होंगे। क्योंकि कम स्थान पर ज्यादा से ज्यादा उपकरण लगा पाएंगे जिसके कारण आगे चलकर यह अंतरिक्ष के विषय में कई रहस्य से पर्दा उठाने में मदद करेगी।

टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें