खेल केवल प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि अनुशासन, आत्मविश्वास और राष्ट्रनिर्माण की भावना का प्रतीक: नंदी
मदन मोहन मालवीय स्टेडियम में बृहस्पतिवार से शुरू हुए पांच दिवसीय 69वीं प्रदेशीय माध्यमिक विद्यालयीय (बालक. बालिका) एथलेटिक्स प्रतियोगिता का उद्घाटनके बाद उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि खेल केवल प्रतिस्पर्धा नहीं, बल्कि अनुशासन, आत्मविश्वास और राष्ट्रनिर्माण की भावना का प्रतीक है। खेलों के महाकुंभ का यह आयोजन संगमनगरी के गौरव को और बढ़ाएगा।
श्री नंदी ने कहा कि स्पोर्ट्स समग्र व्यक्तित्व विकास की आधारशिला है। युवाओं के लिए शिक्षा जितना अनिवार्य हैए शारीरिक गतिविधियां भी उतनी ही आवश्यक है। उन्हीने कहा कि किसी भी व्यवस्था को सुचारू और सर्वोत्तम रूप से चलाने में दो बातें बुनियादी हैं। पहला संतुलन और दूसरा तालमेल। यह सिद्धांत मानव शरीर संरचना पर भी लागू होता है। जब मन और शरीर के स्वास्थ्य में संतुलन होगा, तभी हम अपनी शारीरिक और मानसिक क्षमताओं को सर्वश्रेष्ठ उपयोग कर पाएंगे।
स्पोर्ट्स इस संतुलन को स्थापित करने का विज्ञान है। बौद्धिक सामर्थ्य, मानसिक कौशल और कार्यक्षमता निखारने में इनकी केंद्रीय भूमिका है। एथलेटिक्स में और अधिक एकाग्रता, चपलता और ऊर्जा की आवश्यकता होती है। एक तरह से यह स्पोर्ट्स की सबसे कठिन विधा है, जिसमें कड़ी मेहनत, नियमित अभ्यास और फिजिकल फिटनेस अनिवार्य है।

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