भीड़ बढ़ी तो मेले के स्नान पर्वों पर नहीं होगी प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री
प्रयागराज मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अमित कुमार सिंह ने शनिवार को बताया कि महाकुंभ की तर्ज पर ही माघ मेला में भी रेलवे प्रशासन प्रमुख स्नान पर्वों पर प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री बंद करने की तैयारी में है। सामान्य दिनों में अगर यात्रियों की भीड़ बढ़ती है तो भी प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री नहीं होगी। इस बारे में माघ मेले की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है। प्रमुख स्नान पर्वों पर प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री न करने पर विचार किया जा रहा है| ऐसा करने से कुछ हद तक भीड़ पर नियंत्रण किया जा सकेगा।
उन्होंने बताया कि 2026 मे तीन जनवरी पौष पूर्णिमा से शुरू हो रहे माघ मेले में लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं का ट्रेनों से आवागमन होगा। इसे देखते हुए रेलवे प्रशासन ने अब माघ मेले के प्रमुख स्नान पर्वों के दौरान प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री पर रोक लगाने की तैयारी की है| महाकुंभ के दौरान भी कई दिवसों पर प्लेटफॉर्म टिकट की बिक्री पर रोक लगाई गई थी। पिछले सप्ताह दौरे पर प्रयागराज आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि माघ मेले में 15 करोड़ लोगों के आने की संभावना है। इसी को देखते हुए सभी विभाग अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दें। मेला प्राधिकरण कार्यालय में मुख्यमंत्री ने रेलवे से भी विशेष तैयारी करने को कहा था।
गौरतलब है कि श्रद्धालुओं को ज्यादा पैदल न चलना पड़े इसके लिए पहली बार स्नान पर्वों पर 275 शटल बसें संचालित की जाएंगी। मेला के सामान्य दिवसों पर 100 और स्नान पर्वों पर 275 शटल बसें रोडवेज द्वारा संचालित की जाएंगी। 100 शटल बसों में से 50 ई.बसें प्रयागराज में उपलब्ध हैं। 25 ई.बसें अन्य जिलों से यहां आएंगी। इसके अलावा 25 डीजल बसें यूपी रोडवेज की रहेंगी जिनका उपयोग शटल सेवा के रूप में होगा। इसी तरह स्नान पर्वों पर यूपी रोडवेज की ही 175 बसें भी शटल सेवा के रूप में संचालित होंगी। माघ मेला में संचालित 3800 बसों में से 200 बसें आवश्यकतानुसार जनपद के भीतर या अंतरजनपदीय मार्गों पर संचालित होंगी।

टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें