बसंतपुर, हुमायूपुंर और पुर्दिलपुर में खुलेगा सरकारी पॉली क्लिनिक, विशेषज्ञ चिकित्सक देंगे सेवाएं

गोरखपुर। शहर के बसंतपुर, हुमायूंपुर और पुर्दिलपुर नगरीय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर सरकारी पॉली क्लिनिक खोले जाएंगे जहां विशेषज्ञ चिकित्सकों की सेवाएं ली जाएंगी। इसके लिए चिकित्सकों से आवेदन मांगे गए हैं। निजी क्षेत्र के चिकित्सक पांच हजार रुपये प्रतिदिन की दर से आवश्यकतानुसार विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएं देने के लिए इन क्लिनिक में आएंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ राजेश झा ने रविवार को बसंतपुर शहरी स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण कर पॉली क्लिनिक के लिए की जा रहीं आवश्यक व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इसी क्रम में सीएमओ ने सीएचसी पाली पर बन रहे बीपीएचयूएल और रिठुआखोर अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर लगे मुख्यमंत्री आरोग्य मेले का निरीक्षण भी किया।

सीएमओ डॉ झा ने बताया कि इन तीनों पॉली क्लिनिक पर सेवा देने के लिए स्त्री रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, जनरल फिजिशियन, चर्म रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, नाक-कान एवं गला रोग विशेषज्ञ और मानसिक रोग विशेषज्ञ जोड़े जा रहे हैं। इन विधाओं के विशेषज्ञ नगरीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ विनय पांडेय के पास अपना बायोडेटा जमा कर रहे हैं। सभी विशेषज्ञों से प्रमाण पत्र और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट की फोटो कॉपी पंद्रह दिन के भीतर ही मांगी गई है। इन विशेषज्ञों से सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक सेवाएं ली जाएंगी। दोपहर बाद यह लोग टेलीकंसल्टेशन भी करेंगे। इसके लिए पांच हजार रुपये प्रतिदिन की दर से उन्हें भुगतान किए जाने का प्रावधान है।

सीएमओ ने बताया कि बसंतपुर में एक भव्य पॉली क्लिनिक की स्थापना का प्रयास है। वहां पर पर्याप्त स्थान भी है। इस सम्बन्ध में आवश्यक तैयारियां जारी हैं। पॉली क्लिनिक से जुड़ने के इच्छुक निजी चिकित्सक उनसे भी सम्पर्क कर सकते हैं। लोगों को निजी अस्पतालों की बेहतरीन चिकित्सकों की सेवाएं सरकारी पॉली क्लिनिक में मिल सकें, इसके लिए चिकित्सा संगठनों से भी सम्पर्क किया जा रहा है। मरीजों की भीड़ और डिमांड के अनुसार ही इन चिकित्सकों को पूर्व सूचना देकर बुलाया पॉली क्लिनिक में बुलाया जाएगा।

डॉ झा ने सीएचसी पाली पर बने रहे बीपीएचयूएल के सभी कक्षों का निरीक्षण किया और निर्माण कार्य यथाशीघ्र पूरा करने को कहा। उन्होंने कहा कि कार्य की गुणवत्ता के साथ कोई भी समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने इमर्जेंसी सेवाओं का निरीक्षण किया और चिकित्सा अधिकारी से विस्तृत जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री आरोग्य मेले रिठुआखोर में उन्होंने उपस्थित स्टॉफ की हाजिरी चेक की और दवा एवं उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता परखी। उन्होंने कहा कि शासन की मंशा के अनुसार मेले में यथासंभव सभी प्रमुख सेवाएं समुदाय को उपलब्ध कराई जाएं।

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