चुनाव में राहुल गांधी की इंट्री, भाजपा व राजग की जीत की गारंटी: योगी
सिवान/वैशाली/भोजपुर, 31 अक्टूबर (वार्ता) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्टार प्रचारक और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को महागठबंधन पर तंज कसते हुये कहा कि बिहार चुनाव में राहुल गांधी की इंट्री भाजपा और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) प्रत्याशियों की जीत की गारंटी है।योगी ने आज पहली रैली सिवान में राजग प्रत्याशी मंगल पांडेय, दरौंदा से कर्णजीत सिंह और बड़हरिया से इंद्रदेव सिंह पटेल के समर्थन में की। वहीं दूसरी जनसभा में उन्होने वैशाली की लालगंज विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी संजय कुमार सिंह के समर्थन में बोलते हुए विपक्ष पर तीखा प्रहार किया। भोजपुर के अगिआंव विधान सभा क्षेत्र में राजग प्रत्याशी महेश पासवान के पक्ष में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कम्युनिस्टों पर तीखी टिप्पणी करते हुए कहा कि भारत ही नहीं दुनिया से कम्युनिस्टों का पत्ता साफ हो गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा “ मैं परसों रघुनाथपुर में आया था, क्योंकि एक खानदानी माफिया वहां पर फिर से कब्जा करना चाहता है। यूपी में हमने बुलडोजर से रौंद रौंद कर ऐसे माफियाओं का कचूमर निकाल करके वहां की धरती से जहन्नुम के रास्ते खोल दिये हैं।” उन्होने कहा “ हमारी सीता मइया की धरती पर कोई मारीच और सुबाहू फिर से सिर न उठा सकेगा।”
उन्होंने कहा कि रघुनाथपुर की सभा में भारी बारिश के बावजूद युवाओं, माताओं के उत्साह को देखकर लगा कि सिवान में बड़ा सैलाब आने वाला है। बिहार के नौजवान देश और दुनिया में जहां कहीं गया है उसकी बुद्धी और मेधा का लोहा सबने माना है। अब समय आ गया है, पिछले 20 साल में नितीश बाबू के नेतृत्व में सुशासन की जो नींव मजबूत हुई है। उसपर बिहार की मेधा के बल पर सुदृढ़ भवन का निर्माण करना है।
योगी ने कहा कि बिहार के सपूत चंद्रगुप्त मौर्य और चाणक्य की जोड़ी ने पूरे दुनिया के सामने भारत का डंका बजाया था। दुनिया की अर्थव्यवस्था में उस समय भारत का योगदान 40 फीसदी होता था। शौर्य और पराक्रम चंद्रगुप्त मौर्य का बुद्धि और मेधा चाणक्य का। दुनिया के सामने इन्होंने भारत को सोने की चिड़िया के रूप में प्रस्तुत किया था। विदेशी आक्रांताओं, जिन्होंने नालंदा विश्वविद्यालय को ध्वस्त किया उनके वर्तमान के वंशज भी राजनीतिक इस्लाम की मंशा के साथ फिर से आकर विकास को बाधित करके स्वयं के विकास के लिए मिशन के रूप में काम कर रहे हैं। ब्रिटिशर्स ने यहां के कारीगरों और हस्तशिल्पियों को, अन्नदाता किसानों को भूखे मरने को बाधित किया। अंग्रेजों के वारिस के रूप में कांग्रेस ने उसी ब्रिटिश परंपरा का अनुसरण करते हुए पूरे बिहार के सामने पहले संकट खड़ा किया और विकास को बाधित किया। जो बचा खुचा था उसे आरजेडी ने पूरा करके रख दिया।
वैशाली में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राहुल गांधी जब भी प्रचार करने आते हैं, एनडीए की जीत तय हो जाती है। वे भाजपा और राजग की जीत की सबसे बड़ी गारंटी हैं। योगी ने कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि ये लोग सत्ता में आएंगे तो फिर माफिया राज, लूट, अपहरण और बेटियों की असुरक्षा का दौर लौट आएगा। गरीबों का राशन लूटेंगे, व्यापारियों को डराएंगे। लेकिन एनडीए यह नहीं होने देगा।
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था के उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि हमारे बुलडोजर जब चलते हैं, तो माफिया की अवैध संपत्तियां ढहती हैं और उन्हीं जमीनों पर गरीबों के लिए मकान बनते हैं। सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अब विरासत और विकास दोनों का मॉडल है। यहां न माफिया बचता है, न भ्रष्टाचार पनपता है।
योगी ने कहा कि जो इंडी गठबंधन यहां कांग्रेस, माले और आरजेडी के नाम पर आया है, ताकि गरीबों के राशन पर डकैती डाला जा सके। इसमें उनका पुराना अनुभव है। पहले गरीबों को राशन तो मिलता नहीं था, उलटे पशुओं का चारा भी खा लिया जाता था। ये लोग बात गरीबों की करेंगे और गरीबों की गटई को दबाने का काम करेंगे। नौकरी नहीं देंगे, नौकरी के नाम पर जमीनों को हड़पेंगे। किसानों को पलायन के लिए मजबूर करेंगे। बिहार में माफियाराज लाकर व्यापारियों, बहन बेटियों और नौजवानों के सामने पहचान, सुरक्षा और सम्मान का संकट खड़ा कर दिया गया था। आज बिहार में नौकरी है, निवेश है, विकास है, आर्थिक स्वावलंबन का मार्ग भी प्रशस्त हो रहा है।
उन्होने कहा कि आरजेडी, माले, कांग्रेस ये सब एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं। ये सब भारत की विरासत का विरोध करते हैं। गुलामी की मानसिकता का समर्थन करते हैं। आक्रांताओं को आमंत्रित करते हैं। अयोध्या में राममंदिर का विरोध करते हैं। सीतामढ़ी में सीता मइया के मंदिर का विरोध करते हैं। भारत के नागरिकों को लड़ाने का काम करते हैं। पर्व त्योहार के पहले दंगा कराने की कोशिश करते हैं।
मुख्यमंत्री ने काशी की चर्चा करते हुए कहा कि पहले काशी विश्वनाथ मंदिर बहुत संकरा था, मगर अब 50 हजार लोग एक साथ दर्शन कर सकते हैं। 10 लाख श्रद्धालु एक साथ काशी और अयोध्या में दर्शन करते हैं। कांग्रेस कहती थी कि राम हुए ही नहीं। आरजेडी राम मंदिर का रथ रोकते थे। सपा वाले रामभक्तों पर गोलियां चलाते थे और कम्युनिस्ट तो किसी दूसरे लोक के बारे में ही सोचते हैं। उन्होंने कहा कि जो राम का नहीं वो हमारे किसी काम का नहीं। जो राम का विरोध कर रहा है वो राष्ट्र का विरोध कर रहा है। जो राष्ट्र का विरोध कर रहा है वो हमारे किसी काम का नहीं, उसे राष्ट्र से बाहर का रास्ता दिखाना है।

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